अहमदाबाद. अहमदाबाद-मुंबई के बीच दौड़ने वाली हाईस्पीड (बुलेट) ट्रेन के रूट पर आने वाले 60 हजार से अधिक वृक्षों में से 25 हजार वृक्ष ट्रांसप्लांट किए जाएंगे। अहमदाबाद में बुलेट ट्रेन के रूट पर आने वाले 4000 जितने वृक्ष ट्रांसप्लांट किए जाएंगे। इनमें से अभी तक 134 वृक्ष ट्रांसप्लांट हो चुके है। शहर में सर्वाधिक वृक्ष साबरमती और वटवा इलाके में शिफ्ट किए गए है।
नेशनल हाईस्पीड रेल कॉर्पोरेशन लिमिटेड के अधिकारियों ने बताया कि बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट के लिए जमीन अधिग्रहण होने के बाद संबंधित रूट पर आने वाले वृक्ष हटाने के काम शुरू किया गया है। कंपनी द्वारा पर्यावरण की सुरक्षा के मद्देनजर संभव हो तब तक वृक्षों की कटाई रोकने का निर्णय लिया गया है। जिसके तहत संपूर्ण रूट पर से 40 फीसदी से अधिक वृक्ष सुरक्षित ट्रांसप्लांट किए जाएंगे। इसी तरह अन्य वृक्षों में से भी जितने बचाया जा सकते है बचाने की कोशिश की जाएगी। अधिकारियों ने बताया कि कटे हुए एक पेड़ की तुलना में 10 वृक्ष लगाने के लिए एनएचआरसीएल द्वारा स्थानीय प्रशासन को 25 हजार रुपए भी चुकाए जाएंगे, जिससे अधिकाधिक संख्या में वृक्ष लगाए जा सकेंगे।
ट्रांसप्लांट करने के लिए खरीदी गई विशेष मशीन
अधिकारियों ने बताया कि अहमदाबाद शहर में बुलेट ट्रेन अधिकांश रेलवे के इलाकों से गुजर रही है। इस रूट पर साबरमती से वटवा तक आने वाले 4 हजार से अधिक वृक्ष ट्रांसप्लांट किए जाएंगे। जिसके लिए कंपनी ने वृक्ष ट्रांसप्लांट करने की विशेष मशीनरी खरीद ली है। जिसकी तहत से संपूर्ण वृक्ष जड़ के साथ जमीन से बाहर निकालकर अन्यत्र स्थान पर ट्रांसप्लांट किए जाएगा।